The Basic Principles Of apsara sadhna
The Basic Principles Of apsara sadhna
Blog Article
भूत कैद करने का सिद्ध मंत्र इस से भूत होगा आपकी मुठी में
ध्यान और मंत्र साधना: साधकों को ध्यान और मंत्र साधना के माध्यम से अप्सरा देवियों के संग संवाद करने का अभ्यास कराया जाता है। ध्यान में साधक अप्सरा देवियों के रूप, गुण, और स्वरूप का ध्यान करते हैं और मंत्र जाप के द्वारा उनके संग संवाद करने का प्रयास करते हैं।
कुशासन, रेशमी आसन, ऊनी आसन, म्रगचर्म आसन या व्याघ्र चर्म आसन में से साधना के अनुकूल आसन का चयन करें।
हिन्दू पौराणिक कथाओं में अप्सराएं कई शक्तिशाली गुणों से संपन्न होती हैं, जैसे कि:
इस विषय में अधिक जानकारी और सहायता के लिए, कृपया स्थानीय आध्यात्मिक गुरु, आध्यात्मिक संस्थान, या अन्य आध्यात्मिक संगठनों से संपर्क करें।
The outcome of Apsara Sadhana can be negative in the event you take the Apsara for granted. Although she functions for you personally, she doesn't turn into your servant.
माला के सहाय्य से मंत्र जप करें। प्रातःकाल माला को नाभि के सामने, दोपहर को ह्रदय के सामने, सायंकाल मस्तक के सामने रखें।
गुरु की शरण में आवेश: सबसे पहले, साधक को अप्सरा साधना को सिद्ध करने के लिए एक प्रमुख गुरु की शरण में आना चाहिए। गुरु के मार्गदर्शन में साधक अप्सरा साधना के उपायों और तकनीकों को सीखता है।
It's important to remain awake during the night (from 9pm to 5am) to perform this Sadhana and get it done fearlessly. As a result, check here sit inside a home in which you really feel safe, secured and stay undisturbed.
मनोवैशिष्ट्य: अप्सराएं अनेक विविध मनोवैशिष्ट्यों से सम्पन्न होती हैं। उनकी प्रभावशाली वाणी, मुखाभिव्यक्ति, और वाणीकरण शक्ति भी उन्हें शक्तिशाली बनाती हैं।
संकट मोचन हनुमान अष्टक: चमत्कारी अनुभव और आध्यात्मिक शक्ति का प्रबल संगम
अप्सरा के रूप में विभिन्न श्रेणियां और विशेषताएं होती हैं, जैसे कि:
[…] हे यह २१ दिन की साधना है और ५१ माला मंत्र जप करना आवश्यक हे साधना स्फटिक की माला […]
अप्सरा साधना को कोई भी संपन्न कर सकता है, चाहे स्त्री हो या पुरुष।